1 कोरिन्थी 14:40 |
सभ किछु उचित आ व्यवस्थित ढंग सँ कयल जाय। |
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गलाती 6:9 |
अपना सभ भलाइक काज करऽ सँ थाकी नहि, किएक तँ जँ अपना सभ हिम्मत नहि हारब तँ उचित समय पर कटनी काटब। |
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इब्रानी 12:11 |
जखन कोनो तरहक सजाय ककरो भेटि रहल छैक तँ ताहि समय मे ओ ओकरा सुखदायक नहि, दुःखदायक लगैत छैक, मुदा बाद मे, तकरा द्वारा सुधारल गेलाक बाद, ओकर परिणाम एक धार्मिक आ शान्तिपूर्ण जीवन होइत अछि। |
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इब्रानी 10:12 |
मुदा ई पुरोहित, अर्थात् मसीह, पापक वास्ते सदाक लेल एकेटा बलिदान चढ़ा कऽ परमेश्वरक दहिना कात बैसलाह। |
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याकूब 4:17 |
एहि लेल, जे केओ ई जनैत अछि जे की कयनाइ उचित होइत मुदा करैत नहि अछि से पाप करैत अछि। |
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यूहन्ना 9:4 |
जे हमरा पठौलनि, तिनकर काज अपना सभ केँ दिने मे करऽ पड़त। राति आबि रहल अछि, जखन केओ नहि काज कऽ सकैत अछि। |
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लूका 12:35 |
“अहाँ सभ अपन डाँड़ कसने रहू, और डिबिया लेसने रहू। |
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लूका 12:40 |
अहूँ सभ सदिखन तैयार रहू, कारण मनुष्य-पुत्र एहने समय मे आबि जयताह जाहि समयक लेल अहाँ सभ सोचबो नहि करब जे ओ एखन औताह।” |
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मत्ती 6:33 |
बल्कि सभ सँ पहिने परमेश्वरक राज्य पर, आ परमेश्वर जाहि प्रकारक धार्मिकता अहाँ सँ चाहैत छथि, ताहि पर मोन लगाउ, तँ ई सभ वस्तु सेहो अहाँ केँ देल जायत। |
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फिलिप्पी 4:13 |
जे हमरा बल दैत छथि हम तिनका द्वारा सभ किछु कऽ सकैत छी। |
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रोमी 7:20-21 |
[20] जँ हम जे नहि करऽ चाहैत छी सैह करैत छी, तँ ओ करऽ वला हम नहि, बल्कि पाप अछि, जे हमरा मे वास करैत अछि।[21] एहि तरहेँ हम अपना मे ई नियम पबैत छी जे, जखन हम नीक काज करबाक इच्छा करैत छी तँ अधलाहे काज हमरा सँ होइत अछि। |
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इफिसी 5:15-17 |
[15] एहि लेल, अपन आचरणक पूरा-पूरा ध्यान राखू। निर्बुद्धि लोक जकाँ नहि, बल्कि बुद्धिमान जकाँ आचरण करू।[16] हर अवसरक पूरा सदुपयोग करू, कारण, ई वर्तमान समय खराब अछि।[17] तेँ एहन लोक नहि बनू जे बिनु सोचि-विचारि कऽ काज करैत अछि, बल्कि प्रभुक इच्छा की अछि, से बुझू। |
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लूका 9:59-62 |
[59] दोसर आदमी केँ यीशु कहलथिन, “हमरा पाछाँ आउ।” मुदा ओ उत्तर देलकनि, “प्रभु, हमरा पहिने जा कऽ अपना बाबूक लास केँ गाड़ि आबऽ दिअ।”[60] यीशु कहलथिन, “मुरदे सभ केँ अपन मुरदा गाड़ऽ दिऔक। अहाँ जा कऽ परमेश्वरक राज्यक प्रचार करू।”[61] फेर दोसर कहलकनि, “प्रभुजी, हम अहाँक संग आयब। मुदा हमरा पहिने अपना परिवार सँ विदा लेबऽ दिअ।”[62] यीशु उत्तर देलथिन, “जे केओ हऽर पर हाथ राखि कऽ पाछाँ देखैत अछि से परमेश्वरक राज्यक योग्य नहि अछि।” |
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Maithili Bible 2010 |
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