1 कोरिन्थी 1:27 |
मुदा ज्ञानी सभ केँ लज्जित करबाक लेल परमेश्वर ओहन बात सभ केँ चुनलनि जे संसारक दृष्टि मे मूर्खताक बात अछि। सामर्थी सभ केँ लज्जित करबाक लेल ओ ओहन बात सभ केँ चुनलनि, जे संसारक दृष्टि मे निर्बल अछि। |
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गलाती 1:15 |
मुदा परमेश्वर मायक गर्भे सँ हमरा अपना लेल अलग रखने छलाह आ हमरा पर कृपा कऽ हमरा बजौलनि। |
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इफिसी 1:7 |
किएक तँ मसीहक कारणेँ आ माध्यम सँ, अपना सभ केँ हुनकर बहाओल खून द्वारा छुटकारा भेटल अछि, अर्थात्, पापक क्षमा। ई सभ परमेश्वरक ओहि अपार कृपाक परिणाम भेल, |
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लूका 2:6-7 |
[6] ओतहि रहैत मरियम केँ बच्चाक जन्म देबाक समय आबि गेलनि,[7] आ ओ अपन पहिल पुत्र केँ जन्म देलनि। ओ बच्चा केँ कपड़ाक टुकड़ा मे लपेटि कऽ नादि मे राखि देलथिन, कारण हुनका सभ केँ रहबाक लेल सराय मे कोनो स्थान नहि भेटल छलनि। |
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इफिसी 1:3-4 |
[3] अपना सभक प्रभु यीशु मसीहक जे परमेश्वर आ पिता छथि, तिनकर स्तुति होनि! कारण, मसीह द्वारा ओ अपना सभ केँ स्वर्गीय क्षेत्रक प्रत्येक आत्मिक आशिष प्रदान कयने छथि।[4] ओ तँ संसारक सृष्टिओ सँ पहिने मसीह मे अपना सभ केँ चुनलनि, जाहि सँ अपना सभ मसीह मे संयुक्त भऽ कऽ हुनका नजरि मे पवित्र आ निष्कलंक होइ। |
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1 कोरिन्थी 6:19-20 |
[19] की अहाँ सभ नहि जनैत छी जे अहाँ सभक शरीर परमेश्वरक पवित्र आत्माक मन्दिर अछि, जे आत्मा अहाँ सभ मे वास करैत छथि आ जे अहाँ सभ केँ परमेश्वर सँ प्राप्त भेल छथि? अहाँ सभ अपन नहि छी।[20] अहाँ सभ दाम दऽ कऽ किनल गेल छी। एहि लेल अपना शरीर द्वारा परमेश्वरक सम्मान करू। |
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लूका 1:41-44 |
[41] जखन इलीशिबा मरियमक नमस्कार सुनलनि तँ हुनकर पेटक बच्चा कुदि उठलनि आ इलीशिबा पवित्र आत्मा सँ परिपूर्ण भऽ जोर सँ बाजि उठलीह,[42] “स्त्रीगण मे अहाँ धन्य छी, आ धन्य छथि ओ जिनका अहाँ जन्म देबनि।[43] मुदा हम कोन जोगरक छी जे हमर प्रभुक माय हमरा ओतऽ अयलीह?[44] अहाँक कहल नमस्कार शब्द जखने हमरा कान मे पड़ल, तखने हमर पेटक बच्चा खुशी सँ कुदि उठल। |
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Maithili Bible 2010 |
©2010 The Bible Society of India and WBT |