1 कोरिन्थी 10:13 |
अहाँ सभ कहियो कोनो एहन परीक्षा मे नहि पड़लहुँ जे मनुष्य सभ केँ नहि होइत रहैत अछि। परमेश्वर विश्वासयोग्य छथि। ओ अहाँ सभ केँ एहन परीक्षा मे नहि पड़ऽ देताह जे अहाँ सभक सहनशक्ति सँ बाहर होअय। ओ परीक्षाक समय मे तकरा सहबाक साहस दैत अहाँ सभ केँ पार कऽ निकलबाक उपाय सेहो उपलब्ध करौताह। |
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2 पत्रुस 3:9 |
प्रभु अपन देल वचन पूरा करबा मे देरी नहि करैत छथि, जेना कि किछु लोक बुझैत अछि, बल्कि ओ अहाँ सभक प्रति धैर्य रखने छथि। ओ ई नहि चाहैत छथि जे केओ नाश होअय, बल्कि ई चाहैत छथि जे सभ केओ अपना पापक लेल पश्चात्ताप कऽ कऽ हृदय-परिवर्तन करय। |
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गलाती 5:13 |
यौ भाइ लोकनि, स्वतन्त्र होयबाक लेल अहाँ सभ बजाओल गेल छी। एहि स्वतन्त्रता केँ अपन पापी स्वभावक इच्छा पूरा करबाक साधन नहि बनाउ, बल्कि प्रेम सँ एक दोसराक सेवा करू। |
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यूहन्ना 7:17 |
जँ केओ हुनकर इच्छा पूरा करबाक निश्चय करत तँ ओ अवश्य ई जानि जायत जे हमर शिक्षा परमेश्वरक अछि वा हम अपने दिस सँ बाजि रहल छी। |
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मरकुस 8:34 |
तखन यीशु लोक सभ केँ और शिष्य सभ केँ अपना लग बजौलनि और कहलथिन, “जँ केओ हमर शिष्य बनऽ चाहैत अछि तँ ओ अपना केँ त्यागि, हमरा कारणेँ दुःख उठयबाक आ प्राणो देबाक लेल तैयार रहओ, और हमरा पाछाँ चलओ। |
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प्रकाशित-वाक्य 3:20 |
देखू, हम द्वारि पर ठाढ़ भऽ कऽ केबाड़ ढकढकबैत आवाज दऽ रहल छी। जँ केओ हमर आवाज सुनि केबाड़ खोलत, तँ हम ओकरा लग भीतर आबि कऽ ओकरा संग भोजन करबैक आ ओ हमरा संग। |
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रोमी 6:23 |
किएक तँ पापक मजदूरी अछि मृत्यु, मुदा परमेश्वरक वरदान अछि अनन्त जीवन जे अपना सभक प्रभु, मसीह यीशुक माध्यम सँ प्राप्त होइत अछि। |
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रोमी 13:2 |
एहि लेल, जे केओ शासनक विरोध करैत अछि से तकर विरोध करैत अछि जे परमेश्वर स्थापित कयने छथि, आ अपना पर दण्डक आज्ञा केँ बजबैत अछि। |
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रोमी 10:9-10 |
[9] जँ अहाँ अपना मुँह सँ खुलि कऽ स्वीकार करी जे, “यीशु प्रभु छथि,” आ हृदय सँ विश्वास करी जे, “परमेश्वर हुनका मुइल सभ मे सँ जिऔलथिन” तँ अहाँ उद्धार पायब।[10] किएक तँ हृदय सँ विश्वास कऽ मनुष्य धार्मिक ठहरैत अछि; मुँह सँ स्वीकार कऽ उद्धार पबैत अछि। |
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गलाती 5:16-17 |
[16] तेँ हम अहाँ सभ केँ कहैत छी जे अहाँ सभ परमेश्वरक आत्माक प्रेरणाक अनुसार चलू, तखन अहाँ सभ पापी स्वभावक इच्छा सभक पूर्ति करऽ वला नहि होयब।[17] किएक तँ पापी स्वभावक लालसा परमेश्वरक आत्माक लालसाक विरुद्ध अछि आ परमेश्वरक आत्माक लालसा पापी स्वभावक विरुद्ध। ई दूनू एक दोसराक विरोधी अछि। एही कारणेँ अहाँ सभ जे करऽ चाहैत छी से नहि कऽ पबैत छी। |
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यूहन्ना 1:12-13 |
[12] तैयो जे सभ हुनका स्वीकार कयलक, अर्थात् जे सभ हुनका पर विश्वास कयलक, तकरा सभ केँ ओ परमेश्वरक सन्तान बनबाक अधिकार देलथिन।[13] ओ सभ ने मनुष्यक वंशज सँ जनमल, ने शारीरिक इच्छा सँ, और ने कोनो पुरुषक कल्पना सँ, बल्कि परमेश्वर द्वारा जनमल। |
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Maithili Bible 2010 |
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