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तखन हमरा स्वर्ग सँ एकटा आवाज ई कहैत सुनाइ देलक जे, “ई लिखह—आब ओ लोक सभ जे प्रभु पर विश्वास कऽ कऽ मरैत अछि, से कतेक धन्य अछि!” प्रभुक आत्मा ई कहैत छथि जे, “हँ, ओ सभ अपन-अपन परिश्रम सँ आराम पाओत, किएक तँ ओकरा सभक सत्कर्म ओकरा सभक संग जयतैक।” |
Maithili Bible 2010 |
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