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हमरा डर अछि जे अहाँ सभक ओतऽ फेर अयला पर कतौ हमर परमेश्वर अहाँ सभ पर जे हमर गर्व अछि तकरा अहाँ सभक सम्मुख चूर-चूर ने करथि आ हम ओहन बहुतो लोक सभक कारणेँ दुखी भऽ जाइ जे सभ पहिने पाप कयने अछि आ अपन कयल अशुद्ध व्यवहार, अनैतिक शारीरिक सम्बन्ध आ भोग-विलासक लेल पश्चात्ताप नहि कयने अछि। |
Maithili Bible 2010 |
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