1 |
“ई सभ बात हम अहाँ सभ केँ एहि लेल कहि दैत छी जे अहाँ सभ विश्वास केँ नहि छोड़ी। |
2 |
ओ सभ अहाँ सभ केँ सभाघर सँ बारि देत। हँ, ओ समय आबि रहल अछि जे, जे अहाँ सभ केँ जान सँ मारि देत से बुझत जे ओ परमेश्वरक धर्म-कर्म कऽ रहल अछि। |
3 |
ई काज ओ सभ एहि लेल करत जे ओ सभ ने हमरा आ ने हमरा पिता केँ कहियो चिन्हने अछि। |
Maithili Bible 2010 |
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