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मत्ती 15:21-39 |
21. ओतऽ सँ आगाँ बढ़ि यीशु सूर आ सीदोन नगरक इलाका मे गेलाह। |
22. ओहिठामक एक कनानी स्त्री हुनका लग आबि चिचियाय लगलनि जे, “हे प्रभु, दाऊदक पुत्र, हमरा पर दया करू! हमरा बेटी केँ दुष्टात्मा लागल छै। ओ ओकरा बड्ड कष्ट दैत छैक।” |
23. मुदा यीशु ओकरा कोनो उत्तर नहि देलथिन। तखन हुनकर शिष्य सभ हुनका लग आबि कऽ विनती कयलथिन जे, “एकरा विदा कऽ दिऔक, ई तँ चिचियाइत-चिचियाइत अपना सभक पाछाँ लागल अछि।” |
24. यीशु कहलथिन, “हम तँ मात्र इस्राएल वंशक हेरायल भेँड़ा सभक लेल पठाओल गेल छी।” |
25. मुदा ओ स्त्री यीशु लग आबि हुनका पयर पर खसि पड़लनि आ कहलकनि, “प्रभु, हमरा पर दया करू!” |
26. ओ उत्तर देलथिन, “बच्चा सभक लेल जे रोटी अछि तकरा कुकुरक आगाँ फेकि देब से ठीक बात नहि।” |
27. एहि पर स्त्री बाजल, “ठीक कहैत छी प्रभु, मुदा कुकुरो सभ तँ मालिकक टेबुल सँ खसल चुर-चार खाइते अछि।” |
28. तखन यीशु ओकरा कहलथिन, “हे दाइ, तोहर विश्वास बड्ड पैघ छह! जहिना तोँ चाहैत छह, तहिना तोरा लेल होअह।” ओकर बच्ची तखने स्वस्थ भऽ गेलैक। |
29. यीशु ओतऽ सँ विदा भऽ कऽ गलील झीलक काते-कात चललाह। तखन एक पहाड़ पर चढ़ि कऽ बैसि रहलाह। |
30. झुण्डक-झुण्ड लोक हुनका लग अयलनि। ओ सभ अपना संग लुल्ह, आन्हर, नाङड़, बौक और बहुतो दोसर तरहक बिमार लोक सभ केँ लऽ कऽ आयल आ यीशुक चरण मे राखि देलकनि। यीशु ओहि सभ बिमार केँ स्वस्थ कऽ देलथिन। |
31. जमा भेल लोक सभ जखन देखलक जे बौक सभ बाजि रहल अछि, लुल्ह सभ स्वस्थ भऽ गेल अछि, नाङड़ सभ चलि रहल अछि आ आन्हर सभ देखि रहल अछि तखन ओ सभ आश्चर्यित भऽ इस्राएलक परमेश्वर केँ स्तुति करऽ लगलनि। |
32. यीशु अपन शिष्य सभ केँ बजा कऽ कहलथिन, “हमरा एहि लोक सभ पर दया अबैत अछि। ई सभ तीन दिन सँ हमरा संग अछि आ एकरा सभ लग भोजन करबाक लेल किछु नहि छैक। हम एकरा सभ केँ भूखले घर नहि पठाबऽ चाहैत छी। कतौ एना नहि भऽ जाइक जे ई सभ रस्ते मे भूखक मारे मुर्छित भऽ जाय।” |
33. शिष्य सभ कहलथिन, “एहि निर्जन स्थान मे अपना सभ केँ एतेक भोजनक वस्तु कतऽ सँ भेटत जे अपना सभ एतेकटा भीड़ केँ भोजन करा सकबैक?” |
34. यीशु हुनका सभ सँ पुछलथिन, “अहाँ सभ लग कयटा रोटी अछि?” ओ सभ कहलथिन, “सातटा, आ किछु छोटकी माछ।” |
35. यीशु लोक सभ केँ जमीन पर बैसि जयबाक लेल आदेश देलथिन। |
36. तकरबाद यीशु ओ सातो रोटी आ माछ सभ लऽ कऽ परमेश्वर केँ धन्यवाद देलनि, तखन तोड़ि-तोड़ि कऽ शिष्य सभ केँ परसबाक लेल देलथिन। शिष्य सभ ओकरा लोक सभ मे बाँटि देलथिन। |
37. सभ केओ भरि पेट भोजन कयलक। भोजनक बाद शिष्य सभ उबरल टुकड़ा सभ सात टोकरी मे भरि कऽ जमा कयलनि। |
38. भोजन करऽ वला लोक मे स्त्रीगण आ बच्चा सभ केँ छोड़ि पुरुषक संख्या चारि हजार छल। |
39. भोजन करौलाक बाद लोकक भीड़ केँ विदा कऽ कऽ यीशु नाव पर चढ़ि कऽ मगदन क्षेत्र चल गेलाह। |
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